Happy Independence Day 2018 I Desh-Bhakti Shayari

Happy Independence Day 2018 Shayari I Desh-Bhakti Shayari

बस ये बाट हावाओ को बटाय राखना,
रोशनी होगी चिरागो को जलय राखना,
लाहु देकर जिस्की हिफाजत की शहीदॉन ने,
तिरुंज को सदा दिल मी बसय राखना का उपयोग करता है।

बस ये बात हवाओं को बताये रखना,
रौशनी होगी चिरागों को जलाये रखना,
लहू देकर जिसकी हिफाज़त की शहीदों ने,
उस तिरंगे को सदा दिल में बसाये रखना।

दिल हुमरे एक है एक हाय है हुमरी जान,
हिंदुस्तान हुमा है हम है इस्की शान,
जान लूटा डेन्ज वतन पे हो जयंगे कब्रन
इस्लीये हम कहते हैं मेरा भारत महान।

दिल हमारे एक हैं एक ही है हमारी जान,
हिंदुस्तान हमारा है हम हैं इसकी शान,
जान लुटा देंगे वतन पे हो जायेंगे कुर्बान,
इसलिए हम कहते हैं मेरा भारत महान।

मुख्य मुस्लिम हुन, तु हिंदू है, हैन डोनो इंसान,
ला मेन तेरी गीता पर लुन, तु पर ले ली कुरान,
अपने तो दिल दिल है दोस्ट बस एक हाय अरमान,
एक थाली मेरा खन्ना खाये साारा हिंदुस्तान।

मैं मुस्लिम हूँ, तू हिन्दू है, हैं दोनों इंसान,
ला मैं तेरी गीता पढ़ लूँ, तू पढ ले कुरान,
अपने तो दिल में है दोस्त, बस एक ही अरमान,
एक थाली में खाना खाये सारा हिन्दुस्तान।

एक सैनिक ने क्या खोब कह है ...
किसी गजारे की खुशबू को मेहकत छोड आया हू,
मेरी नन्हा सी चिडिया को चहकत छोड आया हू,
मुझ छत्ती से अपनी तू लागा लेना ऐ भारत मां,
मुख्य अपनी मां की बहन को तारस्त छोड आया हू।
जय हिन्द।

एक सैनिक ने क्या खूब कहा है...
किसी गजरे की खुशबु को महकता छोड़ आया हूँ,
मेरी नन्ही सी चिड़िया को चहकता छोड़ आया हूँ,
मुझे छाती से अपनी तू लगा लेना ऐ भारत माँ,
मैं अपनी माँ की बाहों को तरसता छोड़ आया हूँ।
जय हिन्द.

कुछ हाथ से मेरे निकल गया,
वो पलक झपक के छिप गया,
फिर लाश बिछ गयी लाखों की,
सब पलक झपक के बदल गया।

जब रिश्ते राख में बदल गए,
इंसानियत का दिल दहल गया,
मैं पूछ पूछ के हार गया,
क्यूँ मेरा भारत बदल गया?



ना पुचो जामन को,
क्या हमरी कहनी है,
सररी ये है के लिए हमारी पेचान
की हम सरफ हिंदुस्तान हैन।


भर नहिन जो भावन से,
बेहती जीस मी रस धार नही
वो हिदय नहिन है पत्थर है
जीस मेरा स्वदेश का प्यार नाहिन।



इश्क तो कर्ता है हर कोई,
मेहबूब पे मार्टा है हर कोई,
कही वतन को मेहबूब बन कर देखो,
फिर तुज पे मरेगा हर कोई।

 खुश्नेसेब हैं वो जो
वतन पे मित जाते है,


मार कर भी वो लॉग
अमर हो जाते है,
कर्त हुन तुम्हे सालम
ऐ वतन पे मिटन वालो
तुम्हर हर सैन्स मेरा बसना
तिरुंगे का नसीब है।

मैं अपने भारत से प्यार करता हूँ।
जय हिन्द...

No comments:

Powered by Blogger.